it is a tale told by an idiot, full of sound and fury, signifying nothing
को अद्धा वेद क इह प्र वोचत्कुत आजाता कुत इयं विसृष्टिः |
अर्वाग्देवा अस्य विसर्जनेनाथा को वेद यत आबभूव ॥६॥
इयं विसृष्टिर्यत आबभूव यदि वा दधे यदि वा न |
यो अस्याध्यक्षः परमे व्योमन्त्सो अङ्ग वेद यदि वा न वेद ॥७॥
quod hoc mense a.d. quartum idus Quintiles Iulius procreatus sit